चंडीगढ़। राजस्थान के राजस्व मंत्री हरीश चौधरी की अध्यक्षता अधीन राजस्थान के सीनियर अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार यहां चंडीगढ़ स्थित पंजाब भवन में पंजाब के राजस्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ के साथ मुलाकात की।
मीटिंग सम्बन्धी जानकारी देते हुए कांगड़ ने बताया कि राजस्थानी प्रतिनिधिमंडल के इस दौरे का उद्देश्य मुख्यमंत्री पंजाब, कैप्टन अमरिन्दर सिंह के योग्य नेतृत्व अधीन पंजाब के राजस्व विभाग द्वारा अपनाई गई उत्तम कार्य प्रणाली को राजस्थान में लागू करके राजस्व विभाग के कामकाज को और सुचारू बनाना है।
राजस्थान और पंजाब के राजस्व मंत्रियों की औपचारिक मीटिंग के बाद दोनों राज्यों के राजस्व विभाग के अधिकारियों ने विस्तृत विचार चर्चा की। इस दौरान पंजाब में राजस्व विभाग के रेवेन्यू एक्ट, नियमों और प्रशासनिक व्यवस्था पर विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर राजस्थान के अधिकारियों द्वारा पंजाब राज्य की ज़मीनी मलकीयत सम्बन्धी तैयार की गई जमाबन्दी प्रणाली में गहरी रूचि दिखाई, जिसके स्वरूप पंजाब में हरित क्रांति आई।
पंजाब द्वारा ज़मीनी रिकॉर्ड के कम्प्यूटरीकरण की पहलकदमी से राजस्थानी प्रतिनिधिमंडल बहुत प्रभावित हुआ और पंजाब में राजस्व रिकाॅर्ड की देख-रेख और अपडेशन को विस्तार से समझा।
मीटिंग में अन्यों के अलावा विशेष मुख्य सचिव (राजस्व) पंजाब, केबीएस सिद्धू, अतिरिक्त सचिव राजस्व पंजाब, कैप्टन करनैल सिंह से राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं के अधिकारी एल.आर. गुग्गरवाल और राकेश शर्मा शामिल थे।
राजस्थान की राज्य मंत्री हरीश चौधरी की अध्यक्षता में मीटिंग